Saturday, December 5, 2015

Kanwal Speaks - December 06, 2015 at 12:39PM

है कब्र ही बस आख़री पनाह तेरी ये जानते हो तुम, फिर किस लिए कंवल गुनाहो-फ़रेब ढोते हो ता-उम्र । #कंवल
by अहं सत्य

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