Take and Philosophy of "Kawaldeep Singh Kanwal" on this Universe and happenings in and around.
Friday, December 18, 2015
Kanwal Speaks - December 19, 2015 at 12:35PM
भाड़ में गया हिंदुत्व और भाड़ में गई धर्मनिरपेक्षता, पहले कोई यह बताएं कि हिंदी सिनेमा की इन वाहियात फिल्मों को कोई बर्दाश्त भी कैसे कर सकता है, फिर चाहिए कोई असहिष्णुता कहे या कुछ और !!
by अहं सत्य
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