Saturday, November 19, 2016

Kanwal Speaks - November 20, 2016 at 01:01PM

शर्म से डूब मरो बंदरेंद्र गोभी, सीमा पर जवान सिर्फ़ एक वर्दी में गुज़ारा करता है और तुम परिधान सेवक बन कर दिन में 50 बार केंचुली बदलते हो !
by अहं सत्य

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