Thursday, November 24, 2016

Kanwal Speaks - November 25, 2016 at 05:15AM

बोलने वाला तो तोता भी होता है, इतने बड़े देश के मुखिया को विचारशील होना ज़रूरी है; मिमियाने, गरियाने और घड़ियाली आँसू बहाने से नहीं, सर्वजनमानस की समस्याओं का समाधान सहज और संकल्पधारी विवेकशीलता से होता है ... उन्होंने जाते वक्त कहा था कि मेरा मूल्यांकन इतिहास करेगा, पर आज वर्तमान ने ही उनको मूल्यांकित करके सर्वोत्तम सिद्ध कर दिया ... किसी समय अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि जब वह बोलते हैं तो सारा विश्व सुनता है, आज सचमुच वही हुआ; और यह सर्वज्ञात हो गया कि अर्थशास्त्री और अनर्थशास्त्री में क्या अंतर होता है !! #कंवल
by अहं सत्य

Join at
Facebook

No comments:

Post a Comment