हिंदुस्तान के सर्वोच्च तकनीकी शिक्षा संस्थान आई.आई.टी. (हालांकि केवल कहलाने मात्र के और असल में महज़ कचरे के टोकरे) के तथाकथित वैज्ञानिक (बनाम जड़बुद्धि चाटूकार) गाय के दूध, दही और घी में गाय का मूत्र और गोबर मिलाकर तैयार किए गए पंचगव्य के फायदों पर 2 दिन मिल-बैठकर खोजबीन करेंगे; क्या अब भी कोई और कारण बताना बाकी है कि हिंदुस्तान आज भी दुनिया के सबसे पिछड़े हुए देशों में क्यों शामिल है, और समूचे विश्व की कोई भी बड़ी इजाद कभी भी हिंदुस्तान या इन कागज़ी संस्थानों में क्यों नहीं होती !! #कंवल
by अहं सत्य
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