Sunday, December 18, 2016

Kanwal Speaks - December 18, 2016 at 10:08PM

फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर फिर मुर्दा हो जाने वाली ना जान ना पहचान वाली आईडी अगर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने का कष्ट न ही करें तो अच्छा है, कम से कम मुझे इन को निकालने का कष्ट तो नहीं करना पड़ेगा; जो पब्लिक मोड में लिखा है वह बिना फ्रेंड लिस्ट में जुड़े हुए भी तो पढ़ सकते हो, और कोई बंदिश भी नहीं है संवाद बनाए रखने की, फिर काहे को ये फिज़ूल की चिपा चाटी ?
by अहं सत्य

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