एक मुसलमानों से नफ़रत के चलते किसी नवजात शिशु तक के दुश्मन बन कर उसके मरने की कामनाएं करने लगे, किसी और की निजी ज़िंदगी और परिवार के निर्णयों पर अपने सोच थोपते हुए, और दूसरे हिंदुओं से घृणा पालते हुए इतिहास के सबसे क्रूर और अत्याचारी हमलावरों में से एक के महिमामंडन में जुट गए, सब तथ्यों और संवेदनाओं को ताँक में रखकर; मूर्ख दोनों ही हैं, फिरकापरस्त और दकियानूस तो हैं ही ! #कंवल
by अहं सत्य
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