"हिंदुस्तान में आज तक कभी भी अल्पसंख्यकों को उनकी नस्लकुशी पर न्यायपालिका से कोई इंसाफ क्यूँ नहीं मिला है ?" "क्योंकि न्यायपालिका में बैठे न्यायाधीश यह मानते हैं कि किसी भी वैज्ञानिक साक्ष्य से ऊपर धार्मिक साक्ष्य और भागवत पुराण है, और भागवत यह कहती है कि ना कोई मरता है और न ही कोई मारता है; फिर कौन सा न्याय और किसको न्याय ?" #कंवल
by अहं सत्य
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