जो व्यक्ति अपने विरोध को अपनी प्रशंशा के समतुल्य सम्मान नहीं दे सकता वो असल में बहुत ही छोटा व्यक्ति होता है; और ऐसे किसी भी व्यक्ति से किसी प्रकार के बड़े कृत्य की आशा भर भी रखना सरासर मूर्खता ही होगी | #कंवल
by अहं सत्य
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