Friday, December 4, 2015

यह ज़िंदगी जो तुम्हारी बस एक तमाशा भर ही तो है कंवल, किसी का रंगमंच हाथ किसी के नाचती ये कठपुतलियाँ देखो । #कंवल - December 04, 2015 at 05:26PM


via Facebook http://ift.tt/1HKstTT

No comments:

Post a Comment