Saturday, December 17, 2016

Kanwal Speaks - December 17, 2016 at 07:07PM

हजारों सपनों को राख़ करके और हज़ारों उम्मीदों का घोट गला, एक शहंशाह ने कश्ती बनाई कंवल पानी में सपने तैराने को । #कंवल
by अहं सत्य

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