Saturday, December 17, 2016

Kanwal Speaks - December 18, 2016 at 12:12PM

अपने माथे पर हर समय नास्तिक की चिप्पी चिपकाकर घूमने वाले उतने ही मूर्ख, जाहिल, गलीज और बददिमाग होते हैं जितने कि किसी भी धर्म का पट्टा गले में डाल कर रखने वाले; इंसान कहलाने के नाकाबिल इन दोनों प्रजातियों के सूअरों व कुत्तों से एक समान बच कर चलना ही समझदारी है । #कंवल
by अहं सत्य

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