Wednesday, March 4, 2015

Kanwal Speaks - March 04, 2015 at 08:40PM

अब तो आदत सी हो गयी यूँ डूबने की इस कदर बार बार | कि हर बार ढूंढते हैं नया नाख़ुदा जो डूबा जाए अबकी बार | #कंवल

by अहं सत्य



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