है युद्ध जो ये विरुद्ध झूठ के इतना सुगम नहीं; एक ओर दरिद्र, ऐकल पथ पर, केवल सच को थामे, उस ओर व्याभिचार, पाखंड, सत्ता और पूँजी, विजय पराजय सभी हैं नश्वर, बस क्षणिक हैं, है लड़ना नियति जीवन उदेश्य यही ... #कंवल
by अहं सत्य
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