Saturday, May 16, 2015

Kanwal Speaks - May 16, 2015 at 09:07PM

ऐ मेरे महबूब तेरी दीद का सदका, सब रंगे-ज़मीं एक दीद पे कुर्बां है । कंवल यहाँ वहाँ हर और तेरी हस्ती, तेरी महक से गुलरेज़ सारा जहाँ है । #कंवल
by अहं सत्य

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