मुन्नी मिलाने को सीमायें पार करते-२ करोड़ों कमा लिये और विशेष कृपा से टैक्स-मुक्त भी हो लिये; वैसे जिन लोगों को कार के नीचे कुचला था मुन्ना-मुन्नी तो उनके भी रहे थे न कोई न कोई, तो फ़िर भाईजान ने Being Human क्या किया था तब ? सारा दोष केवल न्यायपालिका का ही नहीं है, बल्कि संवेदनहीन, अयथार्थवादी और बौद्धिक अपंग समाज भी बराबर दोषी है ! #कंवल
by अहं सत्य
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