Saturday, November 21, 2015

Kanwal Speaks - November 21, 2015 at 11:01PM

एक तरफ़ प्याला ज़हर सच के हाथ तो दूजे झूठ में घुटी ज़िंदगी खड़ी थी, एक पल को भी 'गर वो बहक जाता कंवल तो शायद कभी सुकरात न होता । #कंवल
by अहं सत्य

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