Sunday, November 29, 2015

Kanwal Speaks - November 29, 2015 at 08:27PM

बस इसी उम्मीद में कंवल हमने तमग़ा-ए-काफ़िर सीने पे जड़ा, किसी रोज़ तो हमारी मुहब्बत में ये बुत्त पिघल फिर यार होगा | #कंवल
by अहं सत्य

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