Saturday, January 31, 2015

Kanwal Speaks - February 01, 2015 at 10:37AM

घोर अचंभा है कि जिस महान राष्ट्रवादी और शीर्ष-पद्दासीन की अर्धांगिनी को ही स्वयं अपने सवालों के जबाब लेने के लिये कांग्रेसी सूचना के अधिकार का उपयोग करना पड़ रहा हो, और फिर भी उत्तर नहीं बल्कि दर-दर की ठोकरें ही मिल रही हों, उसी के अंध-भक्तगण एक अदने से सड़क पे चलते आम आदमी से सवाल पूछने का दंभ भर रहे है !! अरे ये भी भूल गये कि सवाल सत्ताधारी से होते हैं, और शीर्ष-सत्ता तो तुम्हारे पप्पा के पास है ...

by अहं सत्य



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