वाह री अंधश्रद्धा ! अच्छे-२ डिग्रीधारी भी तेरे चक्कर में पड़ कर सालों की मेहनत से रटे ज्ञान-विज्ञान का एक पल के कृत्य से ही होम-स्वाहा करवा लेते हैं | सच है, विज्ञानिक चरित्र मात्र शिक्षा-रटण से नहीं अपितु मन, वाच व कर्म से विज्ञानमई होने पर ही फलीभूत होता है ... #कंवल
by अहं सत्य
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