Friday, January 9, 2015

Kanwal Speaks - January 10, 2015 at 10:27AM

दफ़न करना चाहते, वो मुझ को, छे हाथ ज़मीन के अंदर, मेरी हस्ती मिटाने के वासते .. पर भूल गये शायद, एक बीज हूँ मैं, उग आयेंगे दरख़्त हज़ारों, मेरे सीने से निकल कर .. #कंवल

by अहं सत्य



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