Tuesday, February 17, 2015

Kanwal Speaks - February 17, 2015 at 03:48PM

इतनी पुख़तगी से रचा है, झूठो-धोखा क़िरदार में उनके, कि शुबा सच्च को भी हो जाये, शायद कहीं तो गलती थी मेरी | #कंवल

by अहं सत्य



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