Monday, February 16, 2015

Kanwal Speaks - February 17, 2015 at 12:57PM

भला हूँ चाहे बुरा हूँ कितना जो भी जैसा भी हूँ, पर अपनी गलतियों का मैं मंथन करता हूँ | जो भी हूँ कंवल फ़िर भी बेहतर हूँ उन से, अपने अक्स से भी न जो कभी आखें मिलाते हैं | #कंवल

by अहं सत्य



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