Thursday, February 26, 2015

Kanwal Speaks - February 26, 2015 at 11:47PM

अर्थशास्त्र के अजब परिभाषा यह, कौन सा खेल गजब पैमाने पर | धन्नासेठ को बंटे विकास कहलाये, गरीब की रोटी बोझ खज़ाने पर | #कंवल

by अहं सत्य



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