Monday, February 2, 2015

Kanwal Speaks - February 03, 2015 at 02:12AM

है सरूर यह तेरे साथ का ऐ मेरे हमदम, कि हर लम्हा हर रात मैं जागना चाहूँ | तेरा साथो-एहसास हो लबालब तमाम, और सब कायनात कंवल भूलना चाहूँ | #कंवल

by अहं सत्य



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