Monday, April 20, 2015

Kanwal Speaks - April 20, 2015 at 10:44PM

अपाहिज, पिंगला या लंगड़ा ही सही पर ले देकर यह एक लोकतंत्र मात्र ही है जो इस भूखंड को किसी तरह से एक सूत्र मेँ बांधे हुए है, और जिस दिन यहाँ से लोकतंत्र का नाम उठ गया तो उस दिन इस भूखंड को खंड-खंड विखंड होने से कोई नहीँ रोक पाएगा । #कंवल
by अहं सत्य

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