Wednesday, April 22, 2015

Kanwal Speaks - April 22, 2015 at 11:08PM

ऐ कलम तूँ बांझ हो जा और हो जाए गर्भपात तेरे शब्दोँ का, नहीँ पैदा कर सके 'गर क्रान्ति मज़लूम की चीख़ोँ के बीज से । #कंवल
by अहं सत्य

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